कोरोना वायरस के आते ही देश मे नहीं बल्कि पूरे दुनिया मे हाहाकार मच गया है।
जिसके कारण लाखो लोगों की मृत्यु हो गई। हम आपको बता दें की पूरे दुनिया भर मे
कुल 8 करोड़ से अधिक लोग इस वायरस के शिकार हो चुके है। जबकि 18 लाख से अधिक लोगों
की मौत हो चुकी है। और इस मामले मे अमेरिका और भारत सबसे आगे है। हमारे भारत मे
ही कुल 1 करोड़ से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके है। हालांकि बितते
समय के साथ साथ हम इंसान इस वायरस से बचने के लिए कई प्रकार के इलाज और वैक्सीन
का इजात कर रहे है। जिससे तेजी से संक्रमित लोगों की संख्या कम होती जा रही
है।
पर जैसे जैसे हम इंसान एडवांस होते जा रहे है, वैसे ही ये कोरोना वायरस भी खुद को
अपग्रेड कर रहा है। इतने दिनो मे कोरोना अपने कई रूप दिखा चुका है। और आए दिन
अपने और नए नए रूप दिखाकर कोरोना हम इन्सानों को और चुनौती दे रहा है। तो चलिये
हम आपको हालही मे आए एक नए कोविड स्ट्रेन के बारे मे बताते है।
Covid VUI-202012/01: इस स्ट्रेन को VUI-202012/01 या B117 नाम से भी जाना
जा रहा है, ये वायरस बहुत ज्यादा महामारी फैला रहा है। हमारे भारत मे भी इसके कुछ
मामले सामने आए है। जिनकी संख्या अब तक 20 है, और धीरे धीरे बढ़ रही है। ऐसा कहा
जा रहा है की ये वायरस पहले के वायरस से अधिक खतरनाक है। इसके कुछ लक्षणों के
बारे मे बता दूँ तो इसमे बुखार, सुखी खांसी, गंध सहित स्वाद के चले जाने के साथ
साथ कोविड के लक्षण भी शामिल है।
ये नया स्ट्रेन ज्यादा संक्रामक कैसे?
वैज्ञानिकों के अध्ययन से पता चला है की ये स्ट्रेन पहले के स्ट्रेन की अपेक्षा
अधिक संक्रामीक और तेजी से फैलने वाला है। क्योकि इसके स्पाइक प्रोटीन मे जेनेटिक
म्यूटेशन शामिल है। जिससे ये और आसानी से तथा तेजी से फैल रहा है। यहाँ तक की इस
स्ट्रेन ने अब तक अपने अंदर 17 बार बदलाव ला चुका है। और ये बदलाव वायरस के आकार
को भी प्रभावित करता है। इसके इस निरंतर बदलाव लाने के कारण वैज्ञानिकों को इस
स्ट्रेन के बारे मे जानकारी इकट्ठा करने मे दिक्कतें आ रही है। इसलिए अभी तक इस
वायरस के बारे मे ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई।
नए स्ट्रेन पर भी काम करेगी वैक्सीन?
वैज्ञानिको का कहना है की ये वायरस पुराने वायरस की तरह ही है, पर कुछ खास
विशेषताओं के साथ। और अच्छी खबर ये है, की ये वायरस तेजी से फैलता तो है पर गंभीर
रूप से बीमार नहीं करता। और इस वायरस का इलाज भी पुराने वायरस की तरह किया जा
सकता है। इसके अलावा पुराने वैक्सीन भी इस वायरस पर काम करेंगे। और इस वायरस का
भी जांच RT-PCR द्वारा हो सकता है।
वैसे भारत सरकार का कहना है, की इस स्ट्रेन से हमे घबराने की जरूरत नहीं है।
क्योकि भारत मे जिन वैक्सीन पर काम किया जा रहा है, उन वैक्सीन से इन स्ट्रेन का
भी इलाज किया जा सकेगा। फिलहाल इस समय तो इसका इलाज पुराने तरीके से ही किया जा
रहा है। जिससे फायदा तो हो रहा है, पर जिस तरह से कोरोना अपना रूप निरंतर बदलता
जा रहा है और दिन ब दिन शक्तिशाली होता जा रहा है। उस हिसाब से आगे चलकर ये
पुराने इलाज काम नहीं करेंगे। इसके लिए हमे वैक्सीन की आवश्यकता होगी। और जब तक
वैक्सीन पूरी तरह तैयार न हो जाए तब तक हमे इस वायरस से खुद को बचा कर रखना होगा।
और इसके लिए हमे सरकार द्वारा दिये गए निर्देशों का पालन करने के साथ साथ मास्क
भी जरूर पहनना चाहिए। इससे हम कोरोना वायरस के फैलने की गति को कम कर सकते
है।
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