हमारे खून में तिन प्रकार की कोशिकाएं होती है. लाल रक्त कोशिकाएं, सफ़ेद रक्त कोशिकाएं और प्लेटलेट्स. फ़िलहाल आज हम केवल सफ़ेद रक्त कोशिकाओं के बारे में ही जानेंगे. इसे इंग्लिश में White Blood Cell और Leukocytes भी कहा जाता है. हमारे शरीर में सफ़ेद रक्त कोशिकाओं का उतना ही महत्त्व है जितना बाकि के कोशिकाओं का है. ये हमारे लिए बहुत जरुरी है. वाइट ब्लड सेल्स हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. ये कोशिकाएं हमारे शरीर में मौजूद बुरे बैक्टीरिया, वायरस और कीटाणुओं को ख़त्म कर हमें बिमारियों से बचने का काम करती है. यानि अगर हमारे शरीर में इन कोशिकाओं की मात्रा कम हो जाए तो एका एक सारी बीमारियाँ हमारे शरीर को ख़त्म कर देगी. वाइट ब्लड सेल्स सारे बुरे बैक्टीरिया से लड़कर हमें बिमारियों से बचाते है. इसीलिए हमारे शरीर में वाइट ब्लड सेल्स का सही मात्रा में होना बहुत जरुरी है. कम होगा तो दिक्कत है, और जादा होगा तो भी दिक्कत है. इसीलिए इसे बराबर मात्रा में रखना बहुत जरुरी है.
वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा
हमारे शरीर में वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा न जादा होनी चाहिए और ना ही कम. ये हमारे शरीर में रोज बनते है और रोज किसी बैक्टीरिया से लड़कर नष्ट भी हो जाते है. इसीलिए हमें अपने खाने पिने पर ध्यान देना चाहिए ताकि इनकी मात्रा ना ही कम हो और ना ही जादा. आपको बता दें की एक स्वस्थ व्यक्ति के प्रतिघन मिलीमीटर रक्त में ४००० से ११००० तक वाइट ब्लड सेल्स होते हैं. न इससे जादा होना चाहिए और न ही कम.
वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा कम होने के परिणाम
जब हमारे शरीर में वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा कम हो जाती है तब एक एक करके सारी बीमारियाँ हमारे शरीर को लगने लगती है. क्यू इन बिमारियों के कीटाणुओं से लड़ने के लिए पर्याप्त मात्रा में वाइट ब्लड सेल्स नहीं होते. वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा कम होने से आपको छोटी बिमारियों के साथ साथ बड़ी बीमारियाँ जैसे की कैंसर, हेपेटाइटिस, ल्यूकेमिया, एड्स और इंफैक्शन आदि जैसे बड़ी बिमारियों के होने की संभावना भी बढ़ जाती है. रोज हमारे खाने, पिने और हवा के साथ कई तरह के बुरे बैक्टीरिया हमारे शरीर में प्रवेश करते है. वाइट ब्लड सेल्स उन खतरनाक बैक्टीरिया को मारकर हमें बिमारियों से बचाता है. अगर ये सेल्स कम हो जाए तो इन सारे खतरनाक बैक्टीरिया को कोई रोक नहीं पाएगा और ये हमारे स्वास्थ्य को बिगाड़ने लगेंगे.
वाइट ब्लड सेल्स में कमी के लक्षण
वैसे तो इसके कोई लक्षण नहीं है. पर जब भी आपको कोई बीमारी, संक्रमण या समस्या हो और जल्दी ठीक ना हो तो समझ जाइए की आपके शरीर में वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा कम है. इसके अलावा जादा पसीना आना, जादा बुखार और जादा ठंड लगना भी इसके आम लक्षण है. ऐसे में आप जब भी डॉक्टर के पास जाएँगे तब डॉक्टर आपको ब्लड टेस्ट कराने के लिए ही बोलेंगे. और ब्लड टेस्ट से सब पता चल जाएगा की आपके शरीर में वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा कम है या जादा. इसीलिए सभी को ४ या ६ महीनों में अपना ब्लड टेस्ट जरुर करवाना चाहिए.
वाइट ब्लड सेल्स को बढाने के उपाय
वाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाने का एक ही उपाय है वो है सही पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना. इसके लिए कुछ पदार्थ जिसे खाने से आपके शरीर में वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा बढ़ जाएगी.दही: दही में प्रोबायोटिक्स, कैल्शियम और गुड बैक्टीरिया होते है जो वाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाने और बिमारियों से लड़ने में मदद करते है. इसीलिए रोज दही खाना चाहिए.
ग्रीन टी: ग्रीन टी में विटामिन सी, पॉलीफिनॉल और एंटीऑक्सीडेंट के गुण होते है जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते है. और वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा को भी बढ़ाते है.
जिंक युक्त आहार: जिंक वाइट ब्लड सेल्स को बनाने में मदद करता है. इसीलिए हमें जिंक युक्त पदार्थों का सेवन करना चाहिए, जैसे की मांस, मछली, दूध, सी फूड्स, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि.
विटामिन C युक्त आहार: विटामिन सी से भरपूर पदार्थों का सेवन करने से वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा जल्दी बढती है. इसके लिए आप ब्रोकोली, फूलगोभी, हरी या लाल मिर्च, पालक, गोभी, पत्तेदार सब्जियां, टमाटर, कद्दू, फल आदि जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते है.
लहसुन: लहसुन को स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा औषधि माना जाता है. क्यू की इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण होते है. लहसुन हमें हर तरह से फायदा पहुंचता है. ये हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, वाइट ब्लड सेल्स को बढाता है और बिमारियों से लड़ने में भी मदद करता है. इसीलिए सभी को लहसुन जरुर खाना चाहिए. इसे आप पका कर खा सकते है, पर कच्चा खाएँगे तो जादा फायदा करेगा. इसीलिए कुछ खाए या न खाएं पर कच्चा लहसुन जरुर खाना चाहिए.
हल्दी: हल्दी में एंटी-इंफ्लामेटरी के गुण होते है. जो बिमारियों से लड़ने में मदद करते है और वाइट ब्लड सेल्स को भी बढाते है. और हल्दी हमारे घाव को भी जल्दी ठीक करता है. इसीलिए हल्दी भी एक जरुरी पदार्थ है जिसे सभी को खाना चहिये.
खट्टे फल: खट्टे फलों में विटामिन C की मात्रा बहुत जादा होती है. इसीलिए हमें खट्टे फलों का सेवन जरुर करना चाहिए. इसके लिए आप अंगूर, संतरा, नींबू या आवला आदि जैसे पदार्थों का सेवन कर सकते है. पर जादा मात्रा में खट्टे फलों का सेवन करने से कोई और समस्या भी हो सकती है. इसीलिए खट्टे फलों का सेवन जादा नहीं करना चाहिए.
तो ये कुछ मुख्य पदार्थ है जिसका सेवन करके आप वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा को बढ़ा सकते है. इसके अलावा आप चिकन सूप, केकड़ा, कीवी, पपीता, बादाम, अदरक आदि इन चीजों का सेवन भी जरुर करें. ये सारे पदार्थ वाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाते है और बिमारियों से लड़ने में मदद करते है. इसके अलावा अगर वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा बहुत जादा ही कम हो तो डॉक्टर के पास जरुर जाएँ और दवा लें. और दावा के साथ साथ इन पदार्थों का सेवन भी करें इससे वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा जल्दी बढ़ेगी. वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा का कम होना या बढ़ना हमारे खान पान पर ही निर्भर होता है. जैसा आप कहेंगे वैसा होगा. इसीलिए अगर वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा कम हो तो इन पदार्थों का सेवन करें, और अगर जादा हो तो ऐसे पदार्थों का सेवन कम कर दें. उम्मीद करता हूँ आपको इस आर्टिकल से कुछ जानकारी मिली होगी.
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