आज के समय में लोगों में टेंशन और निराशा बहुत बढ़ गया है. छोटे छोटे बातों पर दुखी हो जाते है. और आज के सोशल मीडिया और इन्टरनेट के वजह से तो लोग और भी जादा अकेले और भावुक होने लगे है. इससे लोगों में सहनशक्ति की कमी हो रही है. जिससे लोगों को जरा सी बात सहन नहीं होती, और कोई गलत कदम उठा लेते है. आपको बता दें की हमारे भारत में साल भर में कुल 6 लाख से जादा लोग आत्महत्या कर लेते है. जिसमे जहर खाकर मरने वालों की संख्या सबसे जादा है.
जहर खाने के बाद कोई भी व्यक्ति तुरंत नहीं मरता. जहर का असर पूरी तरह होने में थोडा समय लगता है. इतने समय में अगर मरीज को सही इलाज मिल जाए तो मरीज की जान बच सकती है. काफी लोगों को पता नहीं होता की ऐसे समय में क्या करें. वो घबरा जाते है, जिससे कुछ समय में मरीज की मृत्यु हो जाती है. आपको बता दें की, एक तरीका है जिससे आप घर पर ही मरीज के पेट से जहर को निकाल सकते है. इससे मरीज को थोडा राहत मिल जाएगा और आपको अस्पताल ले जाने के लिए वक़्त. और केवल जहर खाने से ही मृत्यु नहीं होती, बल्कि आज कल के खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले जहरीले पदार्थों से भी मृत्यु होती है. इसलिए आज के समय में कब, कैसे और किसके शरीर में जहर जहर प्रवेश कर जाए, बोल नहीं सकते. हो सकता है, आपके साथ या आपके परिजनों के साथ भी ऐसा हो, इसलिए ऐसे समय में क्या करें, क्या इलाज करें और कैसे मरीज को फर्स्ट ऐड दें, इसके बारे में आपको पता होना चाहिए. ताकि आप मरीज की जान बचा सके.
जहर खाने के बाद के लक्षण
जो लोग जानबूझकर जहर खाते है, उनका तो पता चल जाता है. पर जो लोग गलती से जहर खा लेते है, उनका पता नहीं चलता. ऐसे में लोग सोचते है, की मरीज ने कुछ उल्टा सीधा खाया होगा, जिससे पेट दर्द कर रहा है. पर तब तक हालत और भी गंभीर हो जाते है. इसलिए आपको जहर खाने के लक्षण के बारे में पता होना चाहिए, ताकि आप तुरंत पहचानकर उस मरीज का सही इलाज करवा सके. जहर खाने के लक्षण एकदम सामान्य है. जैसे की:
- पेट में दर्द होना
- होंठ का नीला होना
- छाती में दर्द होना
- खांसी
- दस्त
- सांस लेने में तकलीफ होना
- चक्कर आना
- दोहरी दृष्टि
- बुखार
- सरदर्द
- दिल की घबराहट
- चिड़चिड़ापन
- मतली और उल्टी
- सुन्न होना
- बेहोशी आदि.
ये कुछ सामान्य लक्षण है, जिससे आप पहचान सकते है. की मरीज ने जहर खाया है या कोई और समस्या है. अगर ये सारे लक्षण दिखे, तो समझ जाइये की मरीज ने जहर खाया है. और तुरंत इलाज शुरू कर दीजिये.
जहर खाने के बाद घरेलू उपचार
खुली हवा: सबसे पहले तो जैसे ही पता चले किसी व्यक्ति ने जहर खाया है, तो तुरंत उसे खुली हवा में ले जाएँ.
सोने न दें: इस बात का खास ध्यान रखें और मरीज को सोने न दें. मरीज को जगाते रहे और उसकी आँखे खुली रखने की कोशिश करें.
उलटी करवाएं: मरीज को खुली हवा में लाते ही सबसे पहले उलटी करवाएं. इसके लिए आप मरीज को बैठाकर उसके मुंह से गले में उंगली डालें. यानि उसके स्वास नलिका में ऊँगली डालें. इससे मरीज को उलटी होगी, और सारा जहर बाहर निकल आएगा. ऐसा दो या तिन बार करें, जिससे मरीज का पेट पूरी तरह खाली हो जाए और पूरा जहर बाहर निकल जाए. और ऐसे समय में मरीज को कुछ भी खिलाएं या पिलायें नहीं. इससे मरीज की हालत और बिगड़ सकती है.
उलटी का सैंपल लें: जब मरीज उलटी करे, तो थोडा सा उलटी सैंपल के तौर पर रख लें, अस्पताल में देने के लिए. जिसके जरिये डॉक्टर को एंटीडोट देने में आसानी होगी. क्यों की जहर कई प्रकार के होते है. और सारे जहर का कार्य और एंटीडोट अलग अलग होता है. उलटी के सैंपल से डॉक्टर को जहर पहचानने में आसानी होगी, और वो तुरंत एंटीडोट दे देंगे.
अस्पताल ले जाएँ: उलटी करने के बाद मरीज को तुरंत अस्पताल ले जाएँ. क्यों की केवल उलटी करवाने से ही खतरा नहीं टलता. उलटी से पेट में मौजूद जहर बाहर निकल जाता है, पर खून में मिला जहर ऐसे ही रह जाता है. जिसे निकालने के लिए एंटीडोट देना जरुरी है. जो केवल अस्पताल में ही मिलता है. इसलिए मरीज को अस्पताल जरुर ले जाएँ. भले ही मरीज ठीक हो गया हो. फिर भी अस्पताल ले जाएँ.
रिकवरी पोजीशन में सुलाएं: अस्पताल ले जाते समय मरीज को रिकवरी पोजीशन यानि बाएं तरफ पलटकर ही सुलाएं. इससे मरीज का दम नहीं घुटेगा और उसे राहत मिलेगा.
नोट: ऐसे समय में अपने मन से कोई भी इलाज न करें और मरीज को कुछ भी खिलाएं या पिलायें नहीं. कोई भी उपाय या इलाज करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरुर ले लें.
तो ये कुछ उपाय है, जिसे तुरंत करने से मरीज को थोडा राहत मिलेग और आपको अस्पताल ले जाने के लिए थोडा समय भी मिल जाएगा. इससे मरीज की जान आसानी से बच जाएगी. आज कल के खाद्य पदार्थों में केमिकल और मिलावट होती है. जो हमारे शरीर में जाकर जहर बनाते है. और भारत में हर साल नकली शराब पिने, जहर खाने और फ़ूड पोइसन के कारण लाखों लोगों की मौत होती है. इन स्थितियों में भी ये उपाय काम करता है. अगर आपके आस पास ऐसा कुछ हो, तो तुरंत ये उपाय करें और मरीज को अस्पताल ले जाएँ. इससे मरीज की जान बच जाएगी.
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