पहले एक समय था जब सफेद बाला आना मतलब बुढ़ापे का संकेत होता था. या फिर बुढ़ापे में ही सफेद बाल आते थें. लेकिन आज कल २१ – २२ साल के युवाओं के भी बाल पकने लगे हैं. अधिकतर लोग अपने बालों और उनके रंगों को किसी संपत्ति से कम नही मानते. अक्सर बालों के सफेद होने को जेनेटिक्स कारण के साथ जोड़कर देखा जाता है. पर आपको बतादे की कई बार यह एक मेडिकल बीमारी भी हो सकती है. जिसका हमे जल्द से जल्द इलाज करना चाहिए.
आज हम आपको यह बताएँगे की हमारे काले रंग के बाल आखिर क्यों अपना रंग खो देते हैं. हमारे बालों का काला रंग मेलानिन पिगमेंट की वजह से होता है, यह पिगमेंट हमारे बालो के जड़ो के आप – पास उत्तकों में या कोशिकाओं के नीचे पाया जाता है. जब इन पिगमेंटो की संख्या कम होने लगतीं है, तब हमारे बाल सफेद होने लगते है. लेकिन कम उम्र में सफेद बाल होना यह कारण अभी तक स्पस्ट नही हो पाया है. सफेद बाल होने के कई वजह हो सकते है. जिसके बारें में आज हम आपको बताएँगे. वैसे तो आमतौर पर इसका वजह अनुवांशिक माना गया है. एक शौध में कहा गया है की अगर आपके माता – पिता के बाल कम उम्र में सफेद हुए है, तो ऐसा संभव है की यह आपके साथ भी हो सकता हैं.
बालो का कम उम्र में सफेद होना चिंताजनक बीमारी हैं. साइंटिफिक भाषा में इस बीमारी को “केनाइटीस” नाम दिया गया हैं. इस बीमारी का शिकार २० साल उम्र के लोग या उससे कम उम्र के लोग हो रहे हैं. अगर आपके बाल कम उम्र सफेद हो रहे हो तो समझ लीजिये की यह बीमारी आपको अपना शिकार बना रही हैं.
बाल सफेद होने की वजह
फंगल इन्फेक्शन: बाल सफेद होने का कारण फंगल इन्फेक्शन भी हो सकता हैं. फंगल इंफेक्शन बालों में होने वाला गंभीर संक्रमण है अगर स्कैल्प में किसी तरह का इन्फेक्शन हो गया है तो, इसके कारण भी बाल सफेद होने लगते हैं. फंगल इन्फेक्शन से बचने का एकमात्र उपाय है, की अपने बालों का अच्छी तरह से साफ़ – सफाई रखें. फंगल इंफेक्शन के स्त्रोत को समझना भी अत्यंत आवश्यक है। डायबिटीज के रोगी में इस इंफेक्शन की आशंका अधिक रहती है। अत: यह इंफेक्शन होने पर ब्लड शुगर की जाँच भी अवश्य करा लें.
असंतुलन हॉर्मोनल: हार्मोनल असंतुलन एक ऐसी स्थिती है जो महिलाओं और पुरुष दोनों को प्रभावित करती है. महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन का मुख्य कारण जन्म नियंत्रण गोलियां लेना, बहुत सारे तनाव और सौंदर्य प्रसाधनों का अत्यधिक उपयोग आदि होता हैं, और पुरुषो में आहार में परिवर्तन, अधिक तनाव लेने, अधिक व्यायाम करने, अधिक सोने कारण होता हैं. इन कारणों से हमारे शरीर में हार्मोनल असंतुलन होते और बालों का सफेद होन सुरु हो जाता हैं.
थायरॉयड डिसॉर्डर: थायरॉयड डिसॉर्डर एक तरह की बीमारी हैं. थायरॉयड तितली के आकार की ग्रंथि होती. यह हमारे गर्दन के अंदर कॉलरबोन के ऊपर होती हैं. और हॉर्मोन बनाती हैं. इसके दो प्रकार होते है हाइपरथायरॉयडिज्म और हाइपोथायरॉयडिज्म. जब इनमे कोई समस्या होती है तब हमारे बालो का रंग सफेद होने लगता है. अगर आपके बाल सफेद होने के साथ – साथ टूटते हो तो, तुरंत डॉक्टर के पास जाकर थायरॉयड का टेस्ट करवाएं.
विटमिन की कमी: जब हमारे शरीर में विटामिन बी12 की कमी होती तब परनीशियस एनीमिया होने चांस बढ़ जाते है. जो की सफेद बाल होने का कारण बन जाता है. जिससे बाल असमय सफेद होने लगते हैं. अनीमिया की शिकायत होना मतलब शरीर में खून की कमी. खून की कमी के कारण हमारे स्कैल्प को आवयशक विटामिन नहीं मिल पाता हैं. फिर होता यह है की बाल सफेद और झड़ने लगते है. इसके लिए रोजाना विटामिन युक्त चीजो का सेवन करें.
जि़ंक की कमी: शरीर को स्वस्थ बनाये रखने के लिए सही मात्रा में न्यूट्रिशन से भरपूर डाइट लेना बहुत जरुरी होता है. शरीर में न्यूट्रिशन के कमी के कारण बोन, स्कैल्प, और त्वचा कमजोर होने लगता है. यह भी एक कारण होता है बालों के सफेद होने का.
अब आपको तो पता चल ही गया होगा की बाल किन मुख्य कारणों से सफेद होते हैं. आजकल के भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने स्वास्थ्य पे ध्यान नहीं दे पाते हैं. साथ ही अच्छे दिखने के लिए तरह – तरह के क्रीम और कलर अपने बालों पर लगाते हैं. जिसमे खतरनाक केमिकल मिले होते हैं. ये हमारे बालों को नुक्सान पहुचाते हैं. इन सब का इस्तेमाल करने से परहेज करें. बालों को हेल्दी रखने के लिए पोषक तत्त्व से भरपूर चीजो का सेवन करें, पूरी नींद लें, और रोजाना सुबह निरंतर व्यायाम करें.
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